नई दिल्ली। पाकिस्तान 29 जून सोमवार से सिख तीर्थयात्रियों के लिए करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोलने की तैयारी कर रहा हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी ने इस्लामाबाद में 29 जून को महाराजा रणजीत सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर गलियारे को फिर से खोलने की तैयारी की।
कोविद -19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए एहतियाती उपाय के तहत करतारपुर कॉरिडोर पिछले तीन महीने से बंद कर दिया गया था। तीन महीने बाद पाकिस्तान प्रशासन ने इसे फिर से तीर्थयात्रियों के लिए खोलने का निर्णय लिया हैं। इसकी घोषणा करते हुए, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शनिवार को ट्वीट किया कि 19 वीं शताब्दी की शुरुआत में सिख साम्राज्य के संस्थापक महाराजा रणजीत सिंह की पुण्यतिथि पर यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में पूजा स्थल खुलने के बाद, पाकिस्तान सभी सिख तीर्थयात्रियों के लिए करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिर से खोलने की तैयारी कर ली हैं।
बता दें गुरुनानक के 550 वें प्रकाश पर्व पर करतारपुर स्थित नानक करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए भक्तों के लिए खोला गया था। भारत के पंजाब प्रांत से सिक्ख भक्तों का जत्था करतापुर साहेब गुरुद्वारें में दर्शन के लिए गया था। बता दें सिखों का इस गुरुद्वारे से धार्मिक लगाव है इसलिए भाारत सरकार ने भी पाकिस्तान के करतापुर कॉरीडोर के प्रस्ताव के लिए हामी भरी थीं। लेकिन करतारपुर कॉरीडोर की शुरुआत होने के बाद से की पाकिस्तान की इसके पीछे की नापाक इरादे का खुलासा कई बार हो चुका है कि कश्मीरियों के बाद वह खालिस्तानी आतंकियों के सहारे भारत में चारों ओर आतंकवाद फैलाना चाहता हैं।अभी जब कि भारत पाकिस्तान बॉडर पर तनाव एक बार फिर से बढ़ा हैं ऐसे में पाकिस्तान का सिख तीर्थयात्रियों के लिए करतारपुर खोले जाने का निर्णय पाकिस्तान की एक और चाल का हिस्सा भी हो सकता हैं।